जलचक्र की हिंदी मे जानकारी
धरती पर २,९4,०००,०००
क्यूबिक मीटर पानी उपलब्ध है जिसमे से सिर्फ 3% ही शुद्ध है। हमारी प्रथ्वी सोलर सिस्टम की सेध मे स्थित है
जिसके कारण यहाँ पर पानी तरल अवस्था मे उपलब्ध होता है और यहाँ पर तापमान न ही
इतना ठंडा होता है की वो बरफ मे बदल जाये और न ही इतना गरम की उबलने लगे। यह पानी बारिश, ओस, बर्फ के रूप मे धरती पर
वापिस आता है और फिर समुद्र मे जाकर मिल जाता है। यह पानी पीने के लिए शुद्ध होता है। शुद्ध पानी का स्रोत अधिकतर गर्म इलाको मे जैसे
की कनाडा, बेकाल जील आदि मे मोजूद है।
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